फ़ारसी भाषा की शायरियों को भारत में मशहूर करने का भी श्रेय उन्हें ही दिया जाता है. उन्होंने अपने बारे में ख़ुद लिखा था कि ‘हैं और भी दुनिया में सुख़नवर बहुत अच्छे, कहते हैं कि ग़ालिब का है अन्दाज़-ए-बयां और’ जिसका मतलब है दुनिया में बहुत से कवि-शायर ज़रूर हैं, लेकिन उनका लहज़ा सबसे निराला है. उनकी ऐसी ही कुछ निराली शायरी से आईए आपको मुख़ातिब करवाते हैं!
1. कौन जीता है किसके लिए ?
2.
3. रात गुज़ारी तड़प कर…
कहीं किसी रोज़ यूँ भी होता,
हमारी हालत तुम्हारी होती,
जो रात हमने गुज़ारी तड़प कर,
वो रात तुमने गुज़ारी होती।
4. कहूँ कैसे कि…
बिखरे अरमान, भीगी पलकें और ये तन्हाई,
कहूँ कैसे कि मिला मोहब्बत में कुछ भी नहीं।
5. दर्द की दौलत…
खुद को औरों की तवज्जो का तमाशा न करो,
आइना देख लो अहबाब से पूछा न करो,
शेर अच्छे भी कहो, सच भी कहो, कम भी कहो,
दर्द की दौलत-ए-नायाब को रुसवा न करो।
6. दिल की चुभन…
बदले तो नहीं हैं वो… दिल-ओ-जान के करीने,
आँखों की जलन, दिल की चुभन अब भी वही है।
7. रास्ते वही होंगे…
8. आइना भी रूठा…
वो जो तुमसे रुबरु करवाता है,
आजकल वो आइना भी हमसे रूठा है।